इश्क में ...
वक़्त ऐसा गुजरा ..
कुछ याद नहीं ...
फिर सुबह हुई
फिर शाम हुई ..
दर्द हुआ ..
आंसू निकले ...
फिर तो ...
दर्द भी सहना सीखूं ..
वरना ऐसा करूँ ...
के
औकात में रहना सीखूं ....
वक़्त ऐसा गुजरा ..
कुछ याद नहीं ...
फिर सुबह हुई
फिर शाम हुई ..
दर्द हुआ ..
आंसू निकले ...
फिर तो ...
दर्द भी सहना सीखूं ..
वरना ऐसा करूँ ...
के
औकात में रहना सीखूं ....
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